[NEW☑️] महादेवी वर्मा का जीवन परिचय | रचनाएं | कृतियां
हेलो दोस्तों आज का लेख में हम महादेवी वर्मा के संपूर्ण जीवन शैली देखने वाले है, महादेवी वर्मा के जीवन परिचय और रचनाएं कई बार board exam तथा अन्य competition exam में पूछे गए है।
महादेवी वर्मा का जीवन परिचय
कवियित्री महादेवी वर्मा जी का जन्म 26 मार्च, 1907 को फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश में हुआ था। इनके पिता का नाम गोविन्द प्रसाद वर्मा तथा माता का नाम श्रीमती हेमरानी वर्मा था। इनके पति का नाम डॉ० स्वरूपनारायण वर्मा था। महादेवी वर्मा की मृत्यु 11 सितम्बर, 1987 को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हो गई।
महादेवी वर्मा हिंदी भाषा की प्रमुख कवियित्री थी, इन्होंने छायावादी युग में अपनी रचनाएं लिखी। महादेवी वर्मा को आधुनिक युग की मीरा भी कहा जाता हैं।
कवियित्री महादेवी वर्मा जी के 8 कविता संग्रह हैं जिनमे- नीरजा [1934], सांध्यगीत [1936], नीहार [1930], प्रथम आयाम [1974], और अग्निरेखा [1990], रश्मि [1932], दीपशिखा [1942], सप्तपर्णा [अनूदित 1959].
महादेवी वर्मा की रचना (कृतियां)
• सांध्यगीत
• नीहार
• दीपशिखा
• सप्तपर्णा
• रश्मि
• नीरजा
• अग्निरेखा
महादेवी वर्मा की प्रथम रचना कौन सी है?
महादेवी वर्मा का पहला कविता संग्रह नीहार है, इस रचना को 1930 ई० में गाँधी हिन्दी पुस्तक भण्डार, प्रयाग द्वारा प्रकाशित हुआ। महादेवी वर्मा का हिंदी साहित्य में सदेव स्मरणीय रहेंगे।
महादेवी वर्मा की प्रसिद्ध रचना पर कौन पुरस्कार दिया गया?
महादेवी वर्मा की प्रसिद्ध रचना 'यामा' को ज्ञानपीठ पुरस्कार और पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है।
महादेवी वर्मा [साहित्य में स्थान] का हिंदी साहित्य में क्या योगदान है?
महादेवी वर्मा ने अपने जीवन-काल में कई रचनाएं लिखी। महादेवी वर्मा हिंदी साहित्य में सदैव स्मरणीय रहेंगे, तथा महादेवी वर्मा हिंदी-साहित्य की प्रमुख कवियित्री है।
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